दुनिया में अच्छे लोग हैं - नागेश कुकुनूर
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-स्मिता श्रीवास्तव नागेश कुकनूर की अगली फिल्म ‘धनक’ है। ‘ धनक ’ का अर्थ इंद्रधनुष है। फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहाना मिली है। बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में बच्चों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का अवार्ड भी मिला। पेश है नागेश से की गई बातचीत के प्रमुख अंश : - ‘राकफोर्ड’ के बाद आपने बच्चों साथ फिल्म न बनाने की कसम खाई थी। फिर ‘ धनक ’ कैसे बनाई ? मैंने यह बात इसलिए कही थी क्योंकि सेट पर बच्चों को डील करना बेहद कठिन काम होता है। रॉकफोर्ड में ढेर सारे बच्चे थे। उन्हें मैनेज करना बहुत मुश्किल रहा। मेरे खुद के बच्चे अभी नहीं है। लिहाजा मैं उनकी आदतों का आदी नहीं हूं। बच्चों साथ काम करने के दौरान बहुत बातों का ख्याल रखना पड़ता है। उनका मन बहुत कोमल होता है। आपकी कही बातें उनके मन मस्तिष्क में बैठ जाती हैं। आपकी किस बात पर वे क्या सोचते हैं ? उसे उन्होंने किस प्रकार लिया ? यह समझना बहुत मुश्किल है। एक्टर साथ यह समस्याएं नहीं आतीं। वे आपसे सहमत या असहमत हो सकते हैं। लिहाजा बच्चों साथ सोच-विचार कर काम करना होता है। हालांकि मैं सेट पर बच्चों को पुचका