हम दोनों हैं जुदा-जुदा... हुमा कुरैशी - साकिब सालिम
रघुवेन्द्र सिंह के ब्लॉग अक्स से चवन्नी के पाठकों के लिए साधिकार... हुमा कुरैशी अपने छोटे भाई साकिब सालिम को तंग करने का एक भी मौका नहीं गंवातीं, तो साकिब भी उनकी टांग खींचने के लिए तैयार रहते हैं. बहन-भाई की शैतानियों की कहानियां बता रहे हैं रघुवेन्द्र सिंह भाई-बहन को साथ एक फिल्म में कास्ट करना हो, तो कैसी स्क्रिप्ट होनी चाहिए? आप सोचते रहिए... हुमा कुरैशी और साकिब सालिम ने तो सोच लिया है. ''भाई-बहन की ही कहानी होनी चाहिए और अगले पांच मिनट के बाद बहन की फोटो दीवार पर टंगी होनी चाहिए." यह कहकर साकिब ठहाका लगाते हैं. ''हां, क्योंकि अगर मैं उससे ज्यादा देर तक फिल्म में रही, तो तुम्हारा रोल खा जाऊंगी." अपने छोटे भाई की बात का जवाब देकर हुमा भी हंस पड़ती हैं और वे नई कहानी का सुझाव देती हैं, ''भाई-बहन रोड ट्रिप पर जाते हैं... " और ''भाई बहन को मार देता है..." शरारती साकिब हुमा की बात को बीच में ही काट देते हैं और फिर भाई-बहन की खिलखिलाती हंसी गूंजने लगती है. आप समझ गए होंगे कि हुमा और साकिब के बीच किस तरह का रि