लंदन से इरफ़ान का पत्र
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg70erfKcgrJrlQHCaiuWv3dYTjPx-1sx47EK1nXtvIlNvkpwr58ja29J_bZ7kZUszra8COB-CWeWFGLytRNa_7Dtc25cE_4PwH4MyFcFSMoGvHA71nhpBHFs-4sDGqwEqFxE6EE2mL00w/s320/irrfan+1.jpg)
इरफ़ान भारत से दूर विदेश में अपनी दुर्लभ बीमारी का इलाज करवा रहे हैं.यहाँ उनके दर्शक और प्रशंसक उनके जल्दी से सेहतमंद होकर लौटने की कामना कर रहे हैं.सभी की दुआएं और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं. यह पूंजीभूत प्रार्थना इरफ़ान की जीवनधारा और विश्वास की शक्ति है.जिंदगी कई बार ऐसे मोड़ पर ले आती है जब अनिश्चित ही निश्चित जान पड़ता है.मिजाज से योद्धा इरफ़ान की मानसिक अवस्था और अहसास को हम उनकी लिखी इन पंक्तियों में महसूस कर सकते हैं.इरफ़ान ने न्यूज़ लॉन्ड्री के स्तंभकार अजय ब्रह्मात्मज के साथ अपने भावपूर्ण शब्द शेयर किए हैं.हम उसे यहाँ अविकल रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं.... कुछ महीने पहले अचानक मुझे पता चला था कि मैं न्यूरोएन्डोक्रिन कैंसर से ग्रस्त हूँ , मैंने पहली बार यह शब्द सुना था.खोजने पर मैंने पाया कि मेरे इस शब्द पर बहुत ज्यादा शोध नहीं हुए हैं , क्योंकि यह एक दुर्लभ शारीरिक अवसथा का नाम है और इस वजह से इसके उपचार की अनिश्चितता ज्यादा है. अभी तक अपने सफ़र में मैं तेज़- मंद गति से चलता चला जा रहा था ... मेरे साथ मेरी योजनायें , आकांक्षाएं , सपने और मंजिलें थीं.मैं इनमें लीन बढ़