बाजी मेरे हाथ - रणवीर सिंह
-अजय ब्रह्मात्मज रणवीर सिंह की ‘ बाजीराव मस्तानी ’ 100 करोड़ी क्लब में जा चुकी है। उससे भी बड़ी उपलब्धि है कि सभी उनकी भूमिका और अभिनय की तारीफ कर रहे हैं। बहुत कम ऐसा होता है,जब किरदार और कलाकार दोनों ही दर्शकों को पसंद आ जाएं। दरअसल,लोकप्रियता की यह द्वंद्वात्मक प्रक्रिया है। इस फिल्म की सफलता और सराहना से रणवीर सिंह अपनी पीढ़ी के संभावनाशील अभिनेता के तौर पर उभरे हैं। इस पहचान ने उनकी एनर्जी को नया आयाम दे दिया है। उनकी अगली फिल्म आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में आ रही ‘ बेफिकरे ’ है। फिलहाल वे लंबी छ़ुट्टी पर निकल चुके हैं। इस छ़ुट्टी में ही वे ‘ बेफिकरे ’ के लुक और परिधान की तैयारी करेंगे। बाजीराव के किरदार से बाहर निकलने के लिए भी जरूरी है कि वे थोड़ा आराम करें। अपने अंदर से उसे उलीचें और फिर नए किरदार को आत्मसात करें। वे उत्साहित हैं कि उन्हें आदित्य चोपड़ा के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। कम लोग जानते हैं कि आदित्य चोपड़ा उनके खास मेंटोर है। उनके करिअर के अहम फैसले भी वाईआरएफ(यशराज फिल्म्स) टैलेंट टीम की सलाह से लिए जाते हैं। ‘ बैंड बाजा