भविष्य की फिल्मों के प्रति मैं सचेत हूं-अजय देवगन
अजय देवगन का यह इंटरव्यू अगस्त 2004 में टैंगो चार्ली की शूटिंग के दरम्यान मुंबई की फिल्मसिटी में किया गया था। चवन्नी के पाठकों और अजय देवगन के प्रशंसकों के लिए खास भेंट है यह... - रोल के चुनाव में आप काफी प्रयोग कर रहे हैं। बिल्कुल अलग-अलग स्वभाव की फिल्में हैं आपके। इस चुनाव के पीछे कोई पद्धति है क्या ? 0 पहले यह धारणा थी कि हीरो को हीरो की तरह ही व्यवहार करना चाहिए। उसे एक ही तरह का किरदार निभाना चाहिए। अब इसमें बदलाव आ गया है। दर्शक बदल गए हैं। वे दूसरी तरह की फिल्में स्वीकार कर रहे हैं। इससे हमें भी स्कोप मिला है कि अलग-अलग रोल कर सकें। जैसा कि हॉलीवुड में होता है। इससे संतुष्टि भी मिलती है और अलग काम करने का आनंद भी मिलता है। यह भाव नहीं आता कि अरे यार आज फिर शूटिंग में जाना है और वही सब करना है। गाना गा रहे हैं आप या उसी प्रकार के दृश्य कर रहे हैं। किरदार अलग हों तो उन्हें निभाते हुए कुछ सोचना पड़ता है। यह रोचक बात है। - आपका यह निर्णय करिअर के लिहाज से कितना लाभदायक साबित हुआ ? 0 बहुत ही फायदा हुआ। दर्शकों से सराहना भी मिली। मीडिया ने भी सराहा। आजकल दूसरे एक