ब्लॉकबस्टर राइटर्स साजिद-फरहाद -रघुवेन्द्र सिंह
एक के बाद एक ब्लॉकबस्टर फिल्में लिख रही सगे भाइयों साजिद-फरहाद की जोड़ी से रघुवेन्द्र सिंह ने की विशेष भेंट हिंदी सिनेमा में लंबे समय के बाद लेखक की किसी जोड़ी ने तहलका मचाया है. उनकी लिखित फिल्में बॉक्स-ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ बिजनेस न करें, ऐसा असंभव है. गोलमाल रिटन्र्स, ऑल द बेस्ट, गोलमाल 3, रेडी, सिंघम, बोल बच्चन की कामयाबी की दास्तान बच्चा-बच्चा जानता है. जनाब! अब आलम यह है कि साजिद-फरहाद की जोड़ी को ब्लॉकबस्टर जोड़ी कहकर संबोधित किया जा रहा है. मगर इस मुकाम तक पहुंचने का सफर गैर फिल्मी पृष्ठभूमि के साजिद-फरहाद के लिए बिल्कुल आसान नहीं रहा है. साजिद-फरहाद की पैदाइश बांद्रा (मुंबई) में एक आगा खानी मुस्लिम परिवार में हुई. फरहाद से साजिद सात साल बड़े हैं. दोनों का फिल्म जगत से खून का कोई रिश्ता नहीं था. मगर हां, फिल्मों से एक गहरा रिश्ता बचपन में ही जरुर कायम हो गया था. पैसे इकट्ठा करके दोनों भाई बांद्रा के गेटी-गैलेक्सी थिएटर में अमिताभ बच्चन की फिल्में देखने जाया करते थे. लेकिन अचानक डैड की तबियत नासाज हुई और डॉक्टर की सलाह पर डैड की सेहत की बेहतरी के लि