दिल से बनना चाहता हूं हैंडसम - जॉन अब्राहम
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhcSfgipu2ZGSsbou8h-TIY4_HCZmOd01Qe5LXPf27THfADsaJwOYoC6tOVZ3l3Px8nFWt0cB9cfZVeauydpt1D0WZL15B7ckCjUaXuRtIx_sb9V3nwCggKn_-x9mWgxgttvArthHMqHkA/s320/john+abraham+13+march+16.png)
अजय ब्रह्मात्मज जॉन अब्राहम की एक अलग पहचान है। अपनी फिल्मों से धीरे-धीरे उन्होंने यह खाय पहचान हासिल ीि है। उनकी 'रॉकी हैंडसम' अगले हफ्ते रिलीज हो रही है। उसी मौके पर यह खास बातचीत हुई। - आपकी होम प्रोडक्शन फिल्मों का चुनाव अलग तरीके का रहता है। आप बाहरी बैनर की फिल्में अलग तरह की करते हैं। यह कैसे संभव हुआ ? 0 मैं बहुत क्लियर था। मैं जैसी फिल्में देखने की चाहत रखता था वह भारत में नहीं बनती थी। मैं निर्माता इस वजह से ही बना कि जैसी फिल्में देखने की तमन्ना रखता हूं उन्हें खुद बना सकूं। वही कोशिश की। मैंने अलहदा फिल्मों को तरजीह दी। मैंने कॅामर्स और कंटेंट का भी ध्यान रखा। कंटेंट का अर्थ सिफ फिल्म में संदेश देना नहीं है। मद्रास कैफे यूथ के लिए थी। राजनीति संबंधित थी। आज की युवा पीढ़ी राजीव गांधी से परिचित नहीं है। मैं चाहता था कि लोग उनके बारे में जाने। हालांकि विकी डोनर में संदेश था। बतौर निर्माता चाहूंगा कि मेरी फिल्मों को लोग सराहें। एक्टर होने के नाते मैंने काफी गलतियां की हैं। निर्माता के तौर पर मैं वह गलतियां नहीं करना चाहता हूं। एक्टर होने क