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शास्त्री और इंदिरा जी जैसा नेतृत्व चाहिए: अजय देवगन

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लीजेंड आफ भगत सिंह, गंगाजल और अपहरण जैसी राजनीतिक फिल्में कर चुके अजय देवगन स्वयं को देश का जागरूक नागरिक मानते हैं, लेकिन रोजमर्रा की राजनीति में उनकी खास रुचि नहीं है। वे कहते हैं, ''मैं अभिनेता हूं। मेरा मुख्य कार्य अभिनय है। राजनीति के दाव-पेंच मैं अधिक नहीं समझता। अपने पेशे और सार्वजनिक जीवन में रहने के कारण विभिन्न पार्टियों के नेताओं से मेरे संपर्क और संबंध हैं। व्यक्तिगत तौर पर मैं उनकी इज्जत करता हूं। राजनीति के गलियारे में टहलना मुझे पसंद नहीं है। अभी तक मैं किसी पार्टी विशेष के प्रचार अभियान में शामिल नहीं हुआ हूं। हां, अगर फिल्म बिरादरी से कोई चुनाव लड़ता है और वह मुझे बुलाता है तो मैं जा सकता हूं। वहां मैं व्यक्तिगत रिश्ते को महत्व दूंगा। मेरी राय में फिल्म बिरादरी के सदस्य राजनीति में जाने पर औरों की तुलना में देश की सेवा ज्यादा बेहतर और ईमानदार तरीके से कर सकते हैं। सुनील दत्त जी का उदाहरण हमारे सामने हैं।'' भारत का सम्मान रखा शास्त्री जी ने आदर्श नेताओं के बारे में पूछने पर अजय देवगन जिन दो नेताओं के नाम लेते हैं, वे दोनों देश के प्रधानमंत्र

भारतीय पुरूषों की कुरूपता

प्रिय पाठक चौंके नहीं कि चवन्नी को आज क्या सूझी? फिल्मों की दुनिया से निकल कर वह आज क्या कहने जा रहा है?चवन्नी को एक नई किताब हाथ लगी है.लेखक हैं मुकुल केसवन... चवन्नी के अंग्रेजी पाठक उनके नाम से परिचित होंगे.नयी दिल्ली के वासी मुकुल केसवन इतिहास पढ़ाते हैं aur हर लेखक की तरह सिनेमा,क्रिकेट और पॉलिटिक्स पर लिखते हैं.सिनेमा पर लिखने की छूट हर लेखक ले लेता है.उसके लिए अलग से कुछ पढाई करने की ज़रूरत कहाँ पड़ती है.हर भारतीय को सिनेमा घुट्टी में पिला दी जाती है.यकीं नही तो किसी से भी सिनेमा का ज़िक्र करें,अगर वह आपकी जानकारी में इजाफा न करे तो चवन्नी अपनी खनक खोने को तैयार है। बहरहाल,मुकुल केसवन की नयी किताब आई है.चवन्नी को नही मालूम कि उनकी कोई किताब पहले आई है कि नही?इस किताब का नाम उन्होने रखा है भारतीय पुरूषों की कुरूपता और अन्य सादृश्य॥(the ugliness of the indian male and other proportions)। इस किताब में उनहोंने विस्तार से पुरूषों की कुरूपता की चर्चा की है.अगर यह किताब किसी औरत ने लिखी होती तो शायद अभी तक मोर्चा निकल चूका होता,लेकिन यहाँ एक पुरुष ही अपने समूह को आईना दिखा रहा है.वह आगे ब