रोज़ाना : आयटम नंबर की लोकप्रियता
रोज़ाना आयटम नंबर की लोकप्रियता -अजय ब्रह्मात्मज फिल्म इंडस्ट्री में माना जाता है कि गुरु दत्त निर्देशित ‘ आर पार ’ में शकीला पर फिल्मांकित ‘ बाबूजी धीरे चलना ’ हिंदी सिनेमा का पहला आयटम नंबर है। यह फिल्म 1954 में आई थी। गीत मजरूह सुल्तानपुरी ने लिखे थे,जिसे आपी नरूयर ने संगीत से संवारा था। उसके बाद वैजयंती माला ने अपन ही फिल्मों में कुछ ऐसे डांस नंबर किए,जिन्हें आयटम नंबर कहा जा सकता है। हम अभी आयटम नंबर को जिस रूप और अर्थ में जानते हैं,उसकी शुरुआत ‘ हावड़ा ब्रिज ’ के गीत ‘ मेरा नाम चिन चिन चू ’ से होती है। हेलन ने अपनी नृत्य प्रतिभा और चपल बंग संचालन से ‘ अयटम नंबर ’ को एक कल्ट बना दिया। मदमस्त संगीत के बीट पर उन्हें पर्दे पर लहराते देखना अनोख व रोमांचक अनुभव होता था। कस्बों के सिनेमाघरों में उनकी फिल्में लगती थीं तो रिक्शे पर प्रचार के लिए निकले उद्घोषक यह बताना नहीं भूलते थे कि इसमें हेलन का डांस है। तब सिनेमा के शौकीनों की मांग पर डांस नंबर दो बार भी दिखा दिए जाते थे। डांस नंबर कहें या आयटम नंबर...दर्शकों की ललक हमेशा ऐसे गीत-नृत्य की ओर रही