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सिनेजीवन : लता मंगेशकर की अपील

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सिनेजीवन लता मंगेशकर की अपील - अजय ब्रह्मात्मज लता मंगेशकर दुखी हैं। हाल ही में उन्होंने ट्वीटर पर अपना दुःख जाहिर किया। जावेद   अख्तर से हुई बातचीत के बाद उन्हें लगा कि अपने दुःख के विषय में लिखना चाहिए। उन्हें इसे साझा करना चाहिए। अच्छी बात है कि लता जी हमेशा अपनी बात और राय हिंदी में रखती हैं। उनकी भाषा सीढ़ी और सरल होती है। उन्होंने ट्वीट लॉन्गर के जरिए अपनी बात 1015 शब्दों में रखी है। जावेद अख्तर के हवाले से वह नमस्कार के साथ अपनी बात शुरू करती हैं। वह लिखती हैं ’ जावेद अख़्तर साहब से मेरी टेलिफ़ोन पे बात हुई उसके बाद मुझे महसूस हुआ कि मुझे उसपर कुछ लिखना चाहिए , तो वो बात आप सबके साथ साँझा कर रही हूँ। ’ स्पष्ट है कि फिल्म इंडस्ट्री के क्रिएटिव दिमाग आपस में बतियाते रहते हैं। वे उन मसलों पर भी बातें करते हैं जो उन्हें मथती होंगी। पिछले दिनों जावेद अख्तर के ही लिखे गीत ‘ एक दो तीन …’ को लेकर अच्छा-खासा विवाद हुआ था। हालाँकि विवाद इस बात पर था कि माधुरी के लटकों-झटकों को तमाम कोशिशों के बावजूद जैक्लीन फर्नांडिस रिपीट नहीं कर पायीं। विवाद में यह भी बात उठी की ऐस

सिनेजीवन : पाकिस्तान की काबिल और कामयाब अभिनेत्री हैं माहिरा खान

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  सिनेजीवन पाकिस्तान की काबिल और कामयाब अभिनेत्री हैं माहिरा खान - अजय ब्रह्मात्मज पिछले हफ्ते पाकिस्तान की जर्नलिस्ट मेहर तरार के एक ट्वीट ने ध्यान खींचा। इस ट्वीट में उन्होंने पाकिस्तान की अभिनेत्री माहिरा खान की तारीफ की थी।   मेहर ने उस ट्वीट के साथ माहिरा खान का एक वीडियो लिंक भी डाला था। वह लिंक उनके किसी टीवी शो या फिल्म का टुकड़ा नहीं था। 2017 में माहिरा ने ग्लोबल एजुकेशन एंड स्किल्स फोरम को इंटरनेशनल डेलीगेट्स के साथ सम्बोधित किया था। मैंने माहिरा का सम्बोधन सुना और तारीफ के मुताबिक उन्हें काबिल पाया। भारत हो या पाकिस्तान..... फिल्म अभिनेत्रियों के बारे में हमारी स्वाभाविक धारणा है कि वे सिर्फ नाच-गाना और मुस्कुराना जानती हैं। यह सही है कि फिल्मों के कलाकार (अभिनेत्री व् अभिनेता दोनों) राजनितिक रूप से अधिक समझदार नहीं होते , फिर भी देखा गया है कि मौका मिलने पर प्रबुद्ध श्रोताओं को वे निराश नहीं करते।   भारत की अभिनेत्रियों में आसानी से प्रियंका चोपड़ा का नाम लिया जा सकता है। मैंने खुद विदेशों में उन्हें पूरी तल्लीनता से ऐसे विमर्शों में भागीदारी करते देखा और

सिनेजीवन: रिपोर्टर बने दोस्त-सहेलियां, और सोशल मीडिया इवेंट बन गई सोनम की शादी

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सिनेजीवन रिपोर्टर बने दोस्त-सहेलियां, और सोशल मीडिया इवेंट बन गई सोनम की शादी - अजय ब्रह्मात्मज हजारों बार सुना होगा कि फिल्म इंडस्ट्री एक परिवार की तरह रहता है।   इस बार यह दिखाई भी पड़ा।   जी हां , सोनम की शादी में फिल्म इंडस्ट्री का एक बड़ा तबका परिवार की तरह शादी में शामिल रहा।   शादी के विधि-विधानों में सभी शरीक हुए।   नाचे-गाए और सबसे बड़ी बात कि सेलिब्रिटी ही रिपोर्टर बन गए थे।   वे सभी पल-पल की खबर , तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म के जरिए जारी कर रहे थे।   डिजिटल मीडिया के एक युवा पत्रकार ने बताया कि इस बार हमें ना तो अधिक मेहनत करनी पड़ी और ना ही ज्यादा परेशान होना पड़ा।   हर मौके की तस्वीर किसी न किसी सेलिब्रिटी के हैंडल पर मिल ही जाती थी। बस हमें उसे उनके नाम से खबर बनाकर अपने साइट पर डाल देना पड़ता था।   सोनम कपूर की पीआर टीम काफी एक्टिव रही और उसने मीडिया की जरूरतों का ख्याल रखा। किसी भी फिल्म स्टार की शादी में पूरे देश का इंटरेस्ट रहता है।   जाने-अनजाने सभी उसमें शामिल हो जाते हैं।   मीडिया कवरेज और अतिरिक्त ध्यान से