है सबसे जरूरी समझ जिंदगी की - अनुष्का शर्मा
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhc572bINgMNypmkG3GvH00CgHj0UE1VT9hHssugMlivvxfSuyNpoOX_Iu1SCUS_iAxhCtJqDU2X9jCLiaRXCERQe7qAS2FKMOCEifedId3tSvi2drG18osoi6Q1Y52f85CI6mRj4PwV9Y/s400/anushka+sharma+16+oct+16.png)
विस्तृत बातचीत की सीरिज में इस बार अनुरूका शर्मा। अनुष्का शर्मा की विविधता गौरतलब है। अपनी निंदा और आलोचना से बेपरवाह वह प्रयोग कर रही हैं। साहसी तरीके से फिल्म निर्माण कर रही हैं। वह आगे बढ़ रही हैं। -अजय ब्रह्मात्मज मुझे स्वीकार किया जा रहा है। यह बहुत बड़ी चीज है। इसके बिना मेरी मेहनत के कोई मायने नहीं होंगे। हम लोग एक्टर हैं। हमारी सफलता इसी में है कि लोग हमारे काम के बारे में क्या सोचते हैं ? चाहे वह अप्रत्यक्ष सफलता हो या प्रत्यक्ष सफलता हो। इससे हमें और फिल्में मिलती हैं। यह हमारे लिए जरूरी है। मैं बचपन से ऐसी ही रही हूं। मुझे हमेशा कुछ अलग करने का शौक रहा है। यही मेरा व्यक्तित्व है। फिल्मों में आरंभिक सफलता के बाद मुझे एक ही तरह के किरदार मिलें। वे मैंने किए। लेकिन मुझ में कुछ अलग करने की भूख थी। मैंने सोचा कि अब मुझे कुछ अलग तरह का किरदार निभाना है। मैंने सोचा कि कुछ अलग फिल्में करूंगी,जिनमे अलग किरदार हों या फिर अलग पाइंट दिखाया जा रहा हो। कोई अलग सोच हो। यह एक सचेत कोशिश थी। बीच में ऐसी कई फिल्में आईं, जिनमें मुझे लगा कि कुछ करने के लिए नहीं हैं। उन फिल्