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दरअसल : लीला नायडू की आत्मकथा

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अनुराधा और त्रिकाल जैसी हिंदी फिल्मों की अभिनेत्री लीला नायडू के बारे में हम बहुत कम जानते हैं। उनकी मृत्यु के बाद भी इस कम जानकारी की वजह से उनके बारे में ज्यादा नहीं लिखा गया। उन्होंने बाद में कवि मित्र डॉम मोरिस से शादी कर ली थी। डॉम के देहांत के बाद उनका जीवन एकाकी रहा। सार्वजनिक जीवन में उन्होंने अधिक रुचि नहीं ली और लोगों से मिलने में भी वे परहेज करती थीं। अंतर्मुखी स्वभाव की लीला के जीवन की झलक उनके ही शब्दों में जेरी पिंटो ने प्रस्तुत की है। जेरी अंग्रेजी के लोकप्रिय गद्य लेखक और कवि हैं। फिल्मी हस्तियां उन्हें आकृष्ट करती रही हैं। इसके पहले उन्होंने मशहूर फिल्मी डांसर और अभिनेत्री हेलन की जीवनी लिखी थी। जेरी ने लीला-अ पैचवर्क लाइफ को आत्मकथात्मक शैली में लिखा है। दरअसल, उन्होंने लीला की कही बातों को करीने से सजाकर पेश किया है। इस पुस्तक के अध्ययन से हम आजादी के बाद की एक स्वतंत्र स्वभाव की अभिनेत्री के बारे में करीब से जान पाते हैं। भारतीय पिता डा.रमैया नायडू और फ्रेंच मां मार्थ की बेटी लीला नायडू बचपन से ही परफॉर्मिग आ‌र्ट्स की तरफ आकर्षित थीं। उन्होंने नृत्य और नाटकों में हि

सुनहरे दिनों की सुनहरी नायिका लीला नायडू-विपिन चौधरी

सुन्दरता सच में बेहद मासूम होती है। मासूम के साथ-साथ सहज भी। खूबसूरती, मासूमयिता और नफासत देखनी हो कई नामों की भीड से गुजरते हुये हिंदी फिल्मों में अपनी छोटी लेकिन मजबूत उपस्तिथी दर्ज करवाने वाली नायिका लीला नायडू का नाम हमारे सामने आता है। उन दिनों जब जीवन बेहद सरल होता था और लोग भी सीधे-साधे। उन सुनहरे दिनों की बात की जाये जब सोना सौ प्रतिशित खरा सोना होता था। उनही दिनों के आगे पीछे की बात है जब हरिकेश मुखजी की' अनुराधा' फिल्म आई थी। नायक थे बलराज साहनी और नायिका थी लीला नायडू। जिस सहजता, सरलता का ताना बाना ले कर मुखर्जी फिल्में बनाते है उसी का एक और उदाहरण है उनकी यह फिल्म। उनकी फिल्मों में आपसी रिश्तों की बारीकियों सहज ही दिखाई देती थी। अनुराधा,फिल्म की नायिका लीला नायडू का मासुम सौन्दर्य देखते ही बनता था और उससे भी मधुर था उनके संवादों की अदायगी। सहअभिनेता भी वो जो सहज अभिनय के लिये विख्यात हो और अभिनेत्री की सहजता भी काबिले दाद। महीन मानवीय सम्बंधों पर पैनी पकड वाले निदेशक ऋषिकेश मुखर्जी ने १९८० में फिल्म बनाई थी अनुराधा। दांपत्य जीवन के सम्बंधो में तमाम तरह के उतार चढाव