सिनेमालोक : फैशन पत्रिका के कवर पर सुहाना


सिनेमालोक
 फैशन पत्रिका के कवर पर सुहाना
-अजय ब्रह्मात्मज

महंगी फैशन पत्रिकावोग' के कवर पर सुहाना खान का आना अस्वाभाविक नहीं है.वह शह रुख खान की बेटी हैं.फिल्मों में काम करने को उत्सुक हैं.उनकी इस उत्सुकता के बारे में शाह रुख खान अपने इंटरव्यू में बता चुके हैं.किसी समय वे सुहाना के लिए अभिनय के टिप्स कलमबद्ध कर रहे थे.सुहाना आगे की पढाई के लिए फ़िलहाल अमेरिका जा रही है. यह तय है कि देर-सवेर वह फिल्मों में ज़रूर काम करेंगी, बिना शक उन्हें अच्छी लॉन्चिंग मिलेगी. फिल्मों के आने के पहले से वह सेलिब्रिटी का दर्जा रखती हैं.फिल्म की घोषणा के साथ उनका स्टारडम भी निश्चित है. आगे सब कुछ  उनकी प्रतिभा पर निर्भर करेगा. फिल्म बिरादरी के बच्चों को मौके आसानी से मिल जाते हैं और बार-बार मिलते हैं,लेकिन दर्शक ही उनका भविष्य तय करते हैं.
चर्चा गर्म है कि क्या सुहाना खान अपनी योग्यता से फैशन पत्रिका के कवर पर आई हैं? बिलकुल....फ़िलहाल शाह रुख खान की बेटी होना ही उनकी योग्यता है. इस योग्यता को नज़रन्दाज नहीं किया जा सकता. भारत उपमहाद्वीप में जीवन के सभी क्षेत्रों में माता-पिता के पेशों में आ रहे बच्चों को वरीयता मिलती है. उन्हें आम दर्शक,पाठक और नागरिक सहज ही स्वीकार कर केते हैं. सार्वजानिक जीवन में राजनीति इसका सबसे बड़ा उदहारण है. तेजस्वी यादव से लेकर राहुल गाँधी तक हम यही देख रहे हैं. फिल्मों में यह सिलसिला बहुत पुराना है. भाई-भतीजावाद चल रहा है,जिसे कंगना रनोट ने साफ़ शब्दों मेंनेपोटिज्मकहते हुए करण जौहर को उसका सबदे बड़ा पैरोकार बताकर हलचल मचा दी थी. उसी सन्दर्भ में लोग सुहाना के कवर पर आने को भी देख रहे हैं. अज मीडिया समेत सभी को आपति हो रही है.
गौर करें तो स्टारकिड पर मीडिया का ध्यान रहता है.पाठकों के अतिरिक्त आकर्षण के लिए वे स्टार के नन्हे शिशुओं की तस्वीरों के लिए लालायित रहते हैं.कायदे से तभी आपति और खुद पर रोक होनी चाहिए. उन्हें बच्चों की तस्वीरों के लिए हडकंप नहीं मचना चाहिए. अभी करीना कपूर खान और सैफ अली खान का बेटा तैमूर मीडिया की आँखों का तारा बना हुआ है.एक फिल्म स्टार ने तैमूर का उल्लेख करते हुए पूछा कि उसकी तस्वीर छापने का कम्पीटीशन क्यों चल रहा है? बाकी स्टारों के बच्चों की तरफ कैमरे लगे रहते हैं. यह सवाल अपनी जगह वाजिब है,लेकिन उस स्टार के पास इसका जवाब नहीं था कि बच्चे तो आमिर और अजय देवगन के भी हैं,लेकिन उनकी तस्वीरें क्यों नहीं छपतीं? मीडिया और पापाराज़ी के जानकार बता सकते हैं कि उन्हें इन बच्चों के मूवमेंट की अग्रिम जानकारी दे दी जाती है.बता दिया जाता है कि कौन कब और कहाँ पहुँच रहा है? स्टार खुद भी कहते हैं.तभी तोएअरपोर्ट लुक' की उनकी तस्वीरें लगातार छपती रहती हैं.
वोग' पत्रिका के कवर पर सुहाना का आना अनायास नहीं है. यह दोतरफा ज़रुरत से संभव हुआ है. शाह रुख खान की बेटी 18 की हो चुकी हैं.सुहाना के माता-पिता चाहते हैं कि उनकी बेटी के फिल्मों में आगमन का सही माहौल बने. लॉन्चिंग में वे कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. इस कवर को जरी करते समय भी शाह रुख खान ने स्पष्ट शब्दों में कहा किहमारे कुछ दोस्त हैं जो हमारे बच्चों को अपना ही समझते हैं. वो उन्हें (सुहाना) लॉन्च करने को तैयार हैं.पत्रिका के कवर पर आना भी ऐसी चाहत का नमूना है. सभी देश के लोकप्रिय स्टार को खुश करना चाहते हैं. इसमें उनका अपना फायदा होता है. अबी इसी कवर की वजह से उन्हेंवोग ब्यूटी अवार्ड्स' के लिए शाह रुख खान मिल गए. और आप देखें कि इस कथित चर्चा और विवाद की वजह से पत्रिका का कितना उल्लेख हुआ? सुहाना को क्या फायदा हुआ? उसके बारे में फिर कभी बातें करेंगे.

Comments

Unknown said…
आपका रिव्यू पढ़कर हमेशा अच्छा लगता है ...

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को