रोज़ाना : क्‍या ‘कन्‍हैया’ मिल पाएगा प्रधानमंत्री से



रोज़ाना
क्‍या कन्‍हैया मिल पाएगा प्रधानमंत्री से
-अजय ब्रह्मात्‍मज
चौंके नहीं, कन्‍हैया राकेश ओमप्रकाश मेहरा की आगामी फिल्‍म मेरे प्रिय प्रधान मंत्री का बाल नायक है। वह मुंबई के गांधीनगर(कल्पित) चाल में रहता है। अपनी मां के लिए व‍ि चिंतित है। चाल में शौखलय का इंतजाम न होने से उसकी मां को खुले में शौच के लिए जाना होता है। वह अपनी मां के लिए शौचालय बनवाना चाहता ह। इस कोशिश में उसे पता चलता है कि देश के प्रधान मंत्री उसकी मदद कर सकते हैं। वे स्‍वच्‍छ भारत भारत अभियान में शौच पर बहुत जोर देते हैं। यहां तक कि लाल किले के प्राचीर से भी उन्‍होंने देशवासियों का आह्वान किया था। कन्‍हैया उन्‍हें चिट्ठी लिखता है। वह उनसे मिलने की कोशिश करता है,लेकिन...
राकेश ओमप्रकाश मेहरा को इस फिल्‍म का आयडिया पसंद आया। लगभग चार साल पहले वाया दिल्‍ली बिहार से मुंबई आए मनोज मैरता ने इस फिल्‍म के आयडिया पर काम किया। उन्‍हें इस फिल्‍म का आयडिया जमुनापार के इलाके में में दिल्‍ली मैट्रो से सफर के दौरान हुआ। उन्‍होने जमुना के किनारे झ़ग्‍गी-झोंपड़ी के औरतों और मर्दो को डब्‍बा उठाए शौच के लिए लिए जाते और पानी के पाईप के आसचास शौच करते देखा। उन्‍होंने व‍हीं कन्‍हैया और उसकी मां की यह कहानी सोची। मुंबई आने के बाद मनोज मैरता दबंग के लेखक दिलीप शुक्‍ला के सहायक हो गए। उन्‍होंने दिलीप शुक्‍ला से अपना आयडिया शेयर किया। दिलीप शुक्‍ला की सलाह थी कि इसे लिख डालो। बतौर लेखक यह तुम्‍हारा करिअर बदल देगा। मनोज ने फिल्‍म लिखने के साथ उसके निर्देशन का भी इरादा किया। वे फिल्‍म के निर्देशन की कोशिशों में नगे। तभी उनकी मुलाकात रोकश ओमप्रकाश मेहरा से हुई। मेहरा को फिल्‍म का आय‍डिया बहुत पसंद आया। न्‍होंने इसे निर्देशित करने की बात कही।
इस बीच राकेश ओमप्रकाश मेहरा महात्‍वाकांक्षी फिल्‍म मिर्जिया की शूटिंग में व्‍यस्‍त हो गए। उससे फ्री होने के बाद उन्‍होंने मेरे प्‍यारे प्रधान मंत्री की शूटिंग आरंभ की है। कन्‍हैया की भूमिका के लिए अनेक बच्‍चों के ऑडिशन के बाद उन्‍होंने ओम का चुनाव किया। उसके साथ और चार बच्‍चे हैं। कन्‍हैया की मां की भूमिका अंजलि पाटिल निभा रही हैं। राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्‍मों की भव्‍यता और पैमाने के लिहाज से यह सीमित बजट की फिल्‍म है। इसमें हिंदी फिल्‍मों के परिचित और चर्चित चेहरे भी नहीं हैं के हिसाब से अपनी बड़ी फिल्‍म मानते हैं।
संयोग देखें कि भगत सिंह के जीवन से प्रेरित रंग दे बसंती के समय जैसे भगत सिंह पर अनेक फिल्‍में आ गई थीं,वैसे ही मेरे प्रिय प्रधान मंत्री के समय शौच के विषय पर दूसरी फिल्‍में भी आ रही हैं। उनमें अक्षय कुमार की टॉयलेट एक प्रेम कथा पर सभी का ध्‍यान लगा है।  

Comments

Manoj Mairta said…
Thanks a lot Sir....
Ashwani Singh said…
इंतज़ार रहेगा इस फ़िल्म का। राकेश मेहरा के अब तक के सिनेमा से बिल्कुल अलग। अग्रिम बधाई टीम 'मेरे प्रिय प्रधानमंत्री' को 👍👍
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