फिल्म समीक्षा:नॉट ए लव स्टोरी

नॉट ए लव स्टोरी: अनचाही हत्या में फंसे प्रेमीअनचाही हत्या में फंसे प्रेमी

-अजय ब्रह्मात्मज

निर्देशक राम गोपाल वर्मा का डिस्क्लेमर है कि यह फिल्म किसी सच्ची घटना या व्यक्ति से प्रभावित नहीं है, लेकिन हम सभी जानते हैं कि यह किस घटना और व्यक्ति से प्रभावित है। राम गोपाल वर्मा ने किरदारों के नाम और पेशे बदल दिए हैं। कहानी वही रखी है। एक महात्वाकांक्षी लड़की हीरोइन बनने के सपने लेकर मुंबई पहुंचती है और अनजाने ही एक क्रूर हादसे का हिस्सा बन जाती है।

राम गोपाल वर्मा ने प्राकृतिक रोशनी में वास्तविक लोकेशन पर अपने कलाकारों को पहुंचा दिया है और डिजिटल कैमरे से सीमित संसाधनों में यह फिल्म पूरी की है। मुंबई से दूर बैठे युवा निर्देशक गौर करें। नॉट ए लव स्टोरी देखकर लगता है कि अगर आप के पास एक पावरफुल कहानी है और सशक्त अभिनेता हैं तो कम से कम लागत में भी फिल्में बनाई जा सकती हैं। राम गोपाल वर्मा ने इस फिल्म के लिए पेशेवर कैमरामैन को भी नहीं चुना। उन्होंने प्रशिक्षित और उत्साही युवा फोटोग्राफरों को यह जिम्मेदारी सौंप कर सुंदर काम निकाला है। रामू की यह फिल्म युवा फिल्मकारों को प्रयोग करने का आश्वासन देती है।

चूंकि फिल्म प्रेम, हत्या और उसके परिणामों पर है, इसलिए दृश्य और घटनाओं का रोमांच बांधे रहता है। इस काम में रामू ने संदीप चौटा की खास मदद ली है। फिल्म में पाश्‌र्र्व संगीत (बैकग्राउंड स्कोर) का विशेष इस्तेमाल किया गया है। कलाकारों में दीपक डोबरियाल और माही गिल ने उल्लेखनीय अभिनय किया है। दीपक डोबरियाल को पर्दे पर देखते समय एहसास नहीं रहता कि इसे निभाया जा रहा है। अभिनय की सहजता से वे अपने किरदारों में वास्तविक लगने लगते हैं। इस फिल्म में रॉबिन के उत्कट प्रेम, आवेश और अफसोस को उन्होंने भावपूर्ण तरीके से प्रदर्शित किया है। माही गिल निरंतर निखर रही हैं। उन्होंने इस फिल्म के भावात्मक विस्फोट के दृश्यों को अतिरेकी नहीं होने दिया है। वह ग्लैमरस दृश्यों में भी अच्छी लगी हैं।

इस फिल्म में रामू ने अपनी ही फिल्म रंगीला के एक गीत का अत्यंत प्रासंगिक उपयोग किया है। वह किरदार की भावनाओं को व्यक्त करता है। साथ ही इस फिल्म के लिए विशेष रूप से लिखे गए गीत की पंक्तियां फिल्म की थीम से मेल खाती हैं। इस फिल्म का अंत सटीक और निर्दोषपूर्ण है।

*** तीन स्टार

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