इम्तियाज अली की सिनेमाई चेतना - राहुल सिंह
   चवन्नी के पाठकों के  लिए मोहन्ल्ला लाइव  से साधिकार                                                                                                           सो चा  न था कि फकत चार फिल्मों में लगभग एक-सी ‘सिचुएशन्स’ को ‘एक्सप्लोर’ करते  हुए, कोई हमारे समय के ‘मेट्रोपोलिटियन यूथ’ की ‘साइकि’ को (खासकर मुहब्बत  के मामले) में इस कदर पकड़ सकता है। ‘सोचा न था’ से लेकर ‘रॉक स्टार’ के  बीच के फासले को जिस अंदाज में इम्तियाज अली ने तय किया है, वह थोड़ा  गौरतलब है।    कंटेंट   इम्तियाज अली की पहली फिल्म  ‘सोचा न था’ का हीरो वीरेन  (अभय देओल) एक रीयल स्टेट के समृद्ध कारोबारी परिवार से है। दूसरी फिल्म,  ‘जब वी मेट’ में आदित्य कश्यप (शाहिद कपूर) एक बड़े इंडस्ट्रियलिस्ट परिवार  से है। तीसरी फिल्म, ‘लव आज कल’ में जय (सैफ अली खान) एक कैरियरिस्ट यु...