‘फिल्म सोशिएलिज्म’ – भविष्य के सिनेमा का ट्रेलर-अजीत राय
आज मित्र अजीत राय का एक लेख नकलचेपी कर रहा हूं। अजीत निरंतर सोच और लिख रहे हैं। मैं उनकी सोच और पर्सनैलिटी से पूरी तरह सहमत नहीं हो पाता,लेकिन उनकी यही भिन्नता मुझे भाती है। मैं आगे भी उनके कुछ लेख यहां शेयर करूंगा। पणजी, गोवा, 30 नवम्बर विश्व के सबसे महत्वपूर्ण फिल्मकारों में से एक ज्यां लुक गोदार की नयी फिल्म ‘फिल्म सोशिएलिज्म’ का प्रदर्शन के भारत के 41वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह की एक ऐतिहासिक घटना है। पश्चिम के कई समीक्षक गोदार को द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद का सबसे प्रभावशाली फिल्मकार मानते हैं। इस 80 वर्षीय जीनियस फिल्मकार की पहली ही फिल्म ‘ब्रेथलैस’ (1959) ने दुनिया में सिनेमा की भाषा और शिल्प को बदल कर रख दिया था। ‘फिल्म सोशिएलिज्म’ गोदार शैली की सिनेमाई भाषा का उत्कर्ष है। इसे इस वर्ष प्रतिष्ठित कॉन फिल्मोत्सव में 17 मई 2010 को पहली बार प्रदर्शित किया गया। गोदार ने अपनी इस फिल्म को ‘भाषा को अलविदा’ (फेयरवैल टू लैंग्वेज) कहा है। अब तक जो लोग यह मानते रहे हैं कि शब्दों के बिना सिनेमा नहीं हो सकता, उनके लिए यह फिल्म एक हृदय-विदारक घटना की तरह है। इस फिल्