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सिनेमालोक : यशराज स्टूडियो संग 'चाणक्य' का आना

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सिनेमालोक यशराज स्टूडियो संग 'चाणक्य' का आना -अजय ब्रह्मात्मज तीन दिनों से यह खबर सोशल मीडिया और अख़बारों में तैर रही है कि यशराज फिल्म्स कि एक फिल्म का निर्देशन डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी करेंगे.इस फिल्म के नायक अक्षय कुमार होंगे. पहली खबर में कयास लगाया गया कि हो सकता है कि ‘चाणक्य’ फिल्म हो और अक्षय कुमार उसमें चन्द्रगुप्त कि भूमिका निभा रहे हों.यह कयास स्वाभाविक है क्योंकि डॉ. द्विवेदी कि पहली पहचान ‘चाणक्य’ से ही बनी थी.१९९२ में आये इस धारावाहिक ने दूरदर्शन पर इतिहास रचा था. पहले बार विजुअल मध्यम में सेट और कोस्ट्युम कैलेंडर आर्ट से बाहर निकला था और ऐतिहासिक प्रामाणिकता नज़र आई थी. डॉ. द्विवेदी ने बाद में और भी धारावाहिक किये,फिर उन्होंने ‘पिंजर’ फिल्म का निर्देशन किया. उसके बाद काशीनाथ सिंह के उपन्यास ‘कशी का अस्सी’ पर आधारित उनकी फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ बनी,जो निर्माता कि नादानी और फिर सीबीएफसी कि मेहरबानी से लम्बे समय तक अटकी रही.अभी फिल्म रिलीज हो सकती है,लेकिन निर्माता चादर ताने सोये हुए हैं.बहरहाल,इस बीच डॉ. द्विवेदी ने ‘जेड प्लस’ नमक फिल्म कि और दूदर्शन के लिए ‘

सिनेमालोक : धरम जी का नया धाम ‘इंस्टाग्राम’

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सिनेमालोक धरम जी का नया धाम ‘ इंस्टाग्राम ’ - अजय ब्रह्मात्मज धर्मेंद्र ने इंस्टाग्राम पर अभी तक कुल 49 तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किये हैं। वे पिछले साल 17 अगस्त को इंस्टाग्राम पर आये।   उन्होंने ‘ यमला पगला दीवाना फिर से ’ की एक तस्वीर लगायी , जिसमें वे किसी युवा बाइकर की तरह बाइक की हैंडल पकडे खड़े हैं। उन्होंने लिखा है …. आप के प्यार ने मुझे और करीब आने के लिए प्रोत्साहित किया। 17 अगस्त 2017 से आरम्भ यह सिलसिला जारी है। शुरू के महीनों में उनकी पोस्ट की रफ़्तार धीमी रही है। 10 सितम्बर 2017 को उन्होंने पहला वीडियो पोस्ट किया है।   इस पोस्ट में वे साहीवाल गाय के बछड़े को हथेली में कुछ लेकर खिला रहे हैं। वे कुर्सी पर बैठे हैं और पास में घास की ढेर है। इन तस्वीरों और वीडियो से लगता है कि उनका ज़्यादातर समय अपने फार्म हाउस पर बीतता है। गौर करें तो वे पालतू जीव-जंतुओं के बीच अधिक समय बिताते हैं या उनकी ही तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करते हैं। यहाँ उनके आसपास तोते , बत्तख , मुर्गियां , कुत्ते , बुलबुल और गाय हैं। इन वीडियो में वे कभी उनसे बातें कर रहे होते हैं तो कभी उनके

सिनेमालोक : भाई-बहन का पहली बार टकराव

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सिनेमालोक भाई-बहन का पहली बार टकराव - अजय ब्रह्मात्मज पिछले हफ्ते सोनम कपूर की ‘ वीरे दी वेडिंग ’ और हर्षवर्धन कपूर की ‘ भावेश जोशी सुपरहीरो ’ एक ही दिन 1 जून को रिलीज हुई। सोनम और हर्ष अनिल कपूर के बेटी-बेटे हैं। हिंदी फिल्मों के इतिहास में यह पहली बार हुआ की भाई और बहन की अलग-अलग फ़िल्में एक ही दिन रिलीज हुई हों और दोनों अपनी फिल्मों में लीड रोल में हों। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भाई-बहन के एक साथ और सामान हैसियत में सक्रीय होने के उदहारण काम हैं।   लम्बे समय तक फिल्म कलाकारों और निर्माता-निर्देशकों ने अपने बेटों को लांच करने के लिए फ़िल्में बनायीं , लेकिन बेटियों के मामले में पीछे रह गए। फिल्म इंडस्ट्री की काली और कड़वी सच्चाईयों के गवाह और हिस्सेदार होने के कारण उन्होंने बेटियों को फिल्मों से दूर रखा। जद्दनबाई और शोभना समर्थ जैसी कद्दावर अभिनेत्रियों ने ज़रूर अपवाद के तौर पर अपनी बेटियों के लिए पुख्ता इंतज़ाम किये। बहरहाल , बात सोनम और हर्ष की हो रही थी। अनिल कपूर की बेटी और बेटे ने इतिहास रचा है। सोनम की फिल्म अच्छा कारोबार भी कर रही है।   वह चर्चा और विवाद में

सिनेमालोक : बनारस के बैकड्रॉप में ‘नक्काश’

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सिनेमालोक बनारस के बैकड्रॉप में ‘ नक्काश ’ - अजय ब्रह्मात्मज कान फिल्म फेस्टिवल में हिंदी फिल्मों की हेरोइनों की धूम-झूम और कुछ फिल्मों के बड़े स्टार की कवरेज में मीडिया में ‘ नक्काश ’ को नज़रअंदाज किया। ज़ैग़म इमाम निर्देशित यह फिल्म बनारस की गंगा-जमुनी तहजीब के दरकते पहलुओं को छूती हुई कुछ वाजिब सवाल उठाती है। ‘ ज़ैग़म बनारस की पृष्ठभूमि में हिन्दू-मुसलमान किरदारों को लेकर मौजूं मसलों पर बातें करते हैं। उनकी यह खास खूबी है।  ‘ दोजख ’ और ‘ अलिफ़ ’ के बाद इसी परंपरा में ‘ नक्काश ’ उनकी तीसरी फिम है। इसमें फिल्मिस्तान ’ और ‘ एयरलिफ्ट ’ फेम इनामुल हक़ इसमें मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने के अपने अनुभवों को इनामुल ने शेयर किया था। उनके अनुसार ,’ बनारस में शूटिंग का पहला दिन था...छोटे शहरों की ' सिनेमाई जिज्ञासा ' भीड़ में बदलने लगी थी , उसी भीड़ से कुछ नौजवान ये कहते हुए नज़दीक आ रहे थे कि चलो देखते हैं ' हीरो ' कौन है "?... जैसे ही उनकी ये बात मेरे कानों तक पड़ी ' ब-ख़ुदा ' मैं छुप गया था... वजह बहुत सीधी सी है..उन