देश को उम्मीद दी है नरेन्द्र मोदी ने-आमिर खान


-अजय ब्रह्मात्मज
अपने कामकाज के बीच आमिर खान ने चुनाव परिणामों में रुचि दिखाई। उन्होंने आज दोपहर में आ रहे परिणामों को टीवी पर देखा और नरेन्द्र मोदी को मिले स्पष्ट बहुमत पर खुशी जतायी। उन्होंने बातचीत में यह उम्मीद जाहिर की कि नरेन्द्र मोदी अपने वादों को पूरा करेंगे और पूरे देश को प्रगति की राह पर ले चलेंगे।
- मोदी के नेतृत्व में भाजपा को मिले स्पष्ट बहुमत पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
0 नरेन्द्र मोदी ने देश को एक उम्मीद दी है। चुनाव प्रचार के दौरान पिछले कुछ महीनों में उन्होंने मतदाताओं उम्मीदें जगा दी हैं। प्रगति और विकास का उन्होंने नारा दिया है। नौकरियां देने का वादा है। आर्थिक प्रगति का वादा है। उनके ये वादे मतदाताओं को अच्छे लगे। युवकों, मजदूरों और व्यापारियों के मन में उन्होंने भारत की एक तस्वीर बसाई है। मतदाताओं को उनकी खींची यह तस्वीर अच्छी लगी। ये सारे वायदे बहुत अच्छे हैं। भ्रष्टाचार मिटाने और खुशहाली लाने के वादे पर लोगों ने भरोसा दिखाया है। उन्हें स्पष्ट बहुमत मिला है। वे फैसले ले सकते हैं।
- इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ा।  चुनाव आयोग के ब्रांड ऐंबेसडर के तौर पर वोट देने के आप के आह्वान का असर दिखा। चुनाव  होने के बाद लोकतंत्र में नागरिकों की भागीदारी कैसे बढ़ सकती है?
0 इस पर तो हम ने ‘सत्यमेव जयते’ के दो एपीसोड बनाए थे। चुनाव के ठीक पहले इनका प्रसारण हुआ था। राजनीति के अपराधीकरण पर एक एपीसोड था। अनेक राजनीतिज्ञों पर अपराध दर्ज हैं। कोर्ट में मुकदमे चल रहे हैं। इस संदर्भ में मोदी जी ने कहा है कि वे एक साल में सारे मामलों का निबटारा करवा देंगे। अगर एक साल में यह हो जाए तो बहुत अच्छा है। दूसरा हमने कहा था कि डेमोक्रेसी वास्तव में लोकशाही है। इसमें हर मतदाता और नागरिक शाह या राजा है। यह देश हमारा है और हम इसके राजा हैं। यह एहसास हमारे अंदर आना जरूरी है कि हमने जिन्हें चुना है, वे हमारे सेवक हैं। उन सभी ने काम करने का वादा किया है। हम उनके पास अपने काम के लिए जाएं तो याचक की मुद्रा में न हों। हक से अपने काम की बात करें। अभी तो हम अपनी जरूरतों के लिए याचना करने लगते हैं। हम अपने प्रतिनिधियों को राजा समझने लगते हैं। होना यह चाहिए कि अगर कोई काम नहीं कर रहा है तो हम उसे झट से हटा दें। हम इसे लोकशाही समझें न कि वोटशाही।
- आप मोदी की जीत को कांग्रेस के विरोध में किए गए मतदान का परिणाम मानते हैं या सचमुच मोदी के समर्थन में मतदान हुआ है?
0 मुझे नहीं लगता है कि उनकी जीत में केवल कांग्रेस के विरोध में किए गए मतदान का योगदान है। मोदी जी की कही बातों और वादों के प्रभाव में मतदाताओं ने उनके नेतृत्व में विश्वास कर भाजपा को वोट दिया है। आर्थिक समृद्धि के उनके आश्वासन पर नागरिकों ने भरोसा किया है। मोदी जी ने यह भी कहा है कि उनके लिए सभी समान हैं। वे सभी को एक साथ लेकर देश को आगे ले जाएंगे। मतदाताओं ने प्रगति, विकास, भ्रष्टाचारविहीन सिस्टम आदि के लिए उन्हें वोट दिया है।
- एक नारा था कि अच्छे दिन आने वाले हैं। आप की राय में क्या होने पर आप मानेंगे कि अच्छे दिन आ गए?
0 मेरी राय में सबसे पहले समाज के चारों स्तंभ मजबूत हों। इनके अलावा मैं चार चीजें देखना चाहूंगा। पहला, जन स्वास्थ्य। देश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य की मूल भूत सुविधाएं मिले। बीमार पडऩे पर उसे उपयुक्त उपचार मिले। उसे उपचार पर फूटी कौड़ी भी खर्च न करनी पड़े। विकसित देशों की तरह सभी नागरिकों को उपचार की समान सुविधाएं मिले। देखें तो देश का हर नागरिक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से टैक्स दे रहा है। स्वास्थ्य और उपचार उसका मौलिक अधिकार है। दूसरा, सभी नागरिकों को शिक्षा की सुविधा मिले। शिक्षित होने पर ही समाज सही ढंग से विकसित होगा। तीसरा, सभी को सुरक्षा मिले। महिला-पुरुष दोनों को पर्याप्त सुरक्षा मिले। सुरक्षा देने में किसी नागरिक की जाति, धर्म या समूह आड़े न आए। चौथा, न्याय। अगर कभी नागरिक को किसी मामले में न्याय की जरूरत महसूस हो तो उसे तुरंत न्याय मिले। ये चार चीजें हो जाएं तो मैं मानूंगा कि अच्छे दिन आ गए।

Comments

Vibha Rani said…
आमिर अच्छे लगते हैं। इसलिए उनकी ये बातें बहुत अच्छी लगीं।
मैं चार चीजें देखना चाहूंगा। पहला, जन स्वास्थ्य। देश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य की मूल भूत सुविधाएं मिले। बीमार पडऩे पर उसे उपयुक्त उपचार मिले। उसे उपचार पर फूटी कौड़ी भी खर्च न करनी पड़े। विकसित देशों की तरह सभी नागरिकों को उपचार की समान सुविधाएं मिले। देखें तो देश का हर नागरिक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से टैक्स दे रहा है। स्वास्थ्य और उपचार उसका मौलिक अधिकार है। दूसरा, सभी नागरिकों को शिक्षा की सुविधा मिले। शिक्षित होने पर ही समाज सही ढंग से विकसित होगा। तीसरा, सभी को सुरक्षा मिले। महिला-पुरुष दोनों को पर्याप्त सुरक्षा मिले। सुरक्षा देने में किसी नागरिक की जाति, धर्म या समूह आड़े न आए। चौथा, न्याय। अगर कभी नागरिक को किसी मामले में न्याय की जरूरत महसूस हो तो उसे तुरंत न्याय मिले। ये चार चीजें हो जाएं तो मैं मानूंगा कि अच्छे दिन आ गए।
sujit sinha said…
आमिर ने जो उम्मीदें जाहिर की हैं , वे देश की भी उम्मीदें हैं | बीजेपी के तो अच्छे दिन आ गए, देखना है कि हमारे अच्छे दिन कब आयेंगे |

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