सिनेमालोक दीपिका-रणवीर की शादी


सिनेमालोक
दीपिका-रणवीर की शादी
-अजय ब्रह्मात्मज
दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की शादी की ट्विटर पर की गयी संयुक्त घोषणा ने मीडिया की संडे की शांति में खलबली मचा दी. धडाधड अपडेट होने लगे और उनकी पंक्तियों को दोहराया और उद्धृत किया जाने लगा.हाल-फिलहाल में शादी की घोषणा कर रही किसी फिल्म स्टार जोड़ी ने पहली बार हिंदी में भी अपना सन्देश जारी किया.इस बात के लिए हिंदी फिल्मों के दोनों स्टार बधाई के पात्र हैं.ठीक है कि वर्तनी और व्याकरण की कुछ गलतियाँ हैं.जैसे कि दीपिका का नाम ही दीपीका लिखा गया है.फिर भी जिस इंडस्ट्री में अंग्रेजी का बोलबाला है,वहां पॉपुलर स्टार की ऐसी पहल के दूरगामी प्रभाव होते हैं.
बताते हैं कि 2012 में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गोलियों की रासलीला राम-लीला की शूटिंग के दरम्यान दोनों करीब आये.संजय लीला भंसाली की अगली दो फिल्मों में वे फिर से साथ रहे.शूटिंग के दिनों के लम्बे साथ में दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह समझ सके.पहली फिल्म की रिलीज के बाद से ही दोनों की नजदीकियां नज़र आने लगी थीं,लेकिन शुरू में इसे रणवीर सिंह का हाइपर अंदाज माना गया.रणवीर मौके-बेमौके अपने प्रेम का सार्वजानिक इजहार करते रहे.दीपिका की स्मित मुस्कान से स्पष्ट था कि वह भी राज़ी हैं.दीपिका का व्यवहार हमेशा संयत रहा,जबकि रणवीर सिंह बेहिचक प्रेम प्रदर्शन करते रहे.
पलट कर देखें तो दीपिका पादुकोण पुराने प्रेम संबंध से निकलने के बाद डिप्रेशन की शिकार हो गयी थीं.उस दौर में उन्हें अपने परिवार से पूरा प्यार और समर्थन मिला.मुंबई में रणवीर सिंह की समझदार संवेदना और हमदर्दी से दीपिका को संबल मिला.याद करें तो दीपिका संबंध टूटने से बिखर गयी थीं.उन्हें रणवीर सिंह ने मजबूत सहारा दिया.वह उनके साथ रहे.अपने खिलंदडपने से उन्हें हंसाते रहे.रणवीर सिंह की हरकतें ऊलजलूल लग सकती हैं,लेकिन आप ठहर कर देखें तो उनके पीछे एक सिस्टम है.एनर्जी से लबालब रणवीर अपने रिएक्शन रोक नहीं पाते हैं.वे दूसरे फिल्म स्टार की तरह गले मिलने की सिर्फ औपचारिकता नहीं निभाते.मैंने पाया है कि वे प्यार से भींचते हैं.निहाल कर देते हैं.उन्होंने डिप्रेशन में डूबी दीपिका की उंगली थामी और समय पर ज़रूरी सहारा दिया.शुरू में कुछ लोगों को यही लगता रहा कि रणवीर जबरदस्ती दीपिका से चिपकने की कोशिश करते हैं.अब उन आलोचकों की समझ में आ गया होगा कि दोनों एक-दूसरे से कितना प्रेम करते हैं.
रणवीर सिंह का फ़िल्मी करियर दीपिका के आगमन के चार साल बाद शुरू हुआ. यशराज फिल्म्स की ‘बैंड बाजा बारात से सफल लेकिन छोटी शुरुआत के बावजूद रणवीर सिंह कामयाबी की छलांगे मारते हुए अपनी पीढ़ी के पॉपुलर स्टारों की कतार में आ गए. दीपिका के साथ आई तीनों फिल्मों ने बतौर स्टार और एक्टर उनकी पोजीशन मजबूत कर दी.आखिरी फिल्म ‘पद्मावत के बाद रणवीर सिंह ने जोया अख्तर की ‘गली बॉय पूरी कर ली है और अभी रोहित शेट्टी की ‘सिम्बा’ पूरी कर रहे हैं.दीपिका ने अलबत्ता ‘पद्मावत के बाद केवल एक फिल्म की घोषणा की है.तेजाब हमले की शिकार लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर बन रही बायोपिक में वह मेघना गुलज़ार के निर्देशन में काम करेंगी.वह इस फिल्म की एक निर्माता भी हैं.
कयास लगाये जा रहे हैं कि दीपिका-रणवीर की शादी के बाद उनका फ़िल्मी करियर क्या करवट लेगा? अब इस तरह का सवाल बेमानी है कि क्या शादी के बाद दीपिका फिल्मों में काम करेंगी? समय बदल चुका है.अभी की अभिनेत्रियाँ न तो प्रेम छिपाती हैं और ना शादी के बाद अपने करियर को विराम देती हैं.दर्शकों की मानसिकता और स्वीकृति भी बदली है.अब वे शादीशुदा अभिनेत्रियों को बराबर पसंद करते हैं.यह हो सकता है कि भविष्य में फिल्मों के चुनाव के मामले में दीपिका की पसंद और प्राथमिकतायें बदल जाएं.समृद्धि और सम्मान हासिल कर चुकी दीपिका से यह उम्मीद भी रहेगी कि वह फिल्मों सार्थक भूमिकाएं निभाएं.अपने स्टारडम का लाभ लेकर ऐसी फ़िल्में करें जो अबी तक किसी और दबाव की वजह से वह नहीं कर पायी हों.
दोनों के सुखी दांपत्य जीवन और फ़िल्मी करियर के लिए शुभकामनाएं!


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