फिल्‍म समीक्षा : तेरे नाल लव हो गया

रियल प्रेमियों का रील रोमांस-अजय ब्रह्मात्‍मज

मनदीप कुमार की फिल्म तेरे नाल लव हो गया की शूटिंग के दरम्यान जेनेलिया का सरनेम डिसूजा ही था। फिल्म के पर्दे पर वह जेनेलिया देशमुख के नाम से आई हैं। दस सालों के रोमांस के बाद रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा ने फिल्म की रिलीज के पहले शादी कर ली। रियल लाइफ प्रेमी को उनकी रियल शादी के तुरंत बाद पर्दे पर देखते समय सहज कौतूहल हो सकता है कि पर्दे पर दोनों की केमिस्ट्री कैसी है? हिंदी फिल्मों की प्रेमकहानी के आलोचक मानते हैं कि पर्दे पर नायक-नायिका अंतरंग दृश्यों में भी एक दूरी बनाए रखते हैं। वह दूरी ही प्रेमहानी का प्रभाव कम कर देती है।

तेरे नाल लव हो गया देखते समय ऐसे आलोचकों की धारणा दूर हो सकती है। रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा के बीच किसी किस्म की दूरी नहीं है। दोनों ही एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं और पर्दे पर प्रेमियों की अंतरंगता जाहिर करते हैं। तेरे नाल लव हो गया की यह खूबी उसे विशेष बना देती है। पंजाब-हरियाणा के आसपास पूरी कहानी घूमती है। वीरेन को अपने पिता का गैरकानूनी धंधा नहीं भाता।

वह ईमानदारी से पैसे कमा कर अपनी टूरिस्ट कंपनी खोलना चाहता है। वह भट्टी के यहां ऑटो चलाता है। एक दिन वह अपना सपना भट्टी से शेयर करता है। भट्टी उसके सपने को अपना बना लेता है। वीरेन अपने सपने के चकनाचूर होने पर दोस्तों क उकसावे पर आकर भट्टी से भिड़ जाता है। उसी समय भट्टी की बेटी मिनी की अनचाही सगाई हो रही होती है। मिनी वहां मचे हड़बोंग में वीरेन से खुद का अगवा करा लेती है। यहां से शुरू कहानी अगना होकर वीरेन केगांव उसे पिता चौधरी के पास पहुंचती है। उसके बाद इमोशन,कंफ्यूजन और चौधरी की ललकार का ड्रामा चलता है। ईमानदार और सच्चा वीरेन खुद को कायर कहलाना पसंद नहीं करता। वह पहली और आखिरी बार पिता के अगवे के धंधे पर अमल करता है। वह मिनी से शादी कर उसे अगवा कर लेता है।

इस रोमांटिक कामेडी में मनदीप कुमार ने हिंदी फिल्मों के आजमाए पुराने फार्मूले पर ही अमल किया है,इसलिए संभावनाओं और मुख्य कलाकारों के सहयोग के बाद भी फिल्म साधारण ही रह जाती है। रितेश और जेनेलिया अपने रोल में परफेक्ट हैं। लंबे समय के बाद ओम पुरी में संजीदगी नजर आती है। मिनी के मंगेतर बने कलाकार का काम अच्छा है। गूंगे चाचा की मौजूदगी भी याद रहती है। इस फिल्म में ग्रामीण परिवेश को निर्देशक ने अच्छी तरह से फिल्म में उकेरा है। बार-बार यह लगता है कि फिल्म अभी उठेगी,लेकिन हर बार उम्मीद पर परनी फिर जाता है।

**1/2 ढाई स्टार

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सुन्दर समीक्षा, ऊर्जापूर्ण जोड़ी लगती है..

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