ऑन सेट : रनिंगशादी डॉट कॉम : बेगानी शादी में दीवाने

ऑन सेट
बेगानी शादी में दीवाने
-अजय ब्रह्मात्मज
    पटियाला के गुरुबख्श कॉलोनी की एक गली में गहमागहमी है। दोमंजिले मकान के अहाते में खड़ी सफेद एंबेस्डर के पास मामा जी अपनी लैम्ब्रेटा स्कूटर के किक मार रहे हैं। पुराना स्कूटर स्टार्ट ही नहीं हो रहा है। उन्हें एडवर्टाइज(ऐड) बनाने के लिए जाना है। तभी सामने से उनका भांजा भरोसे अपने दोस्तों के साथ एक ऑटो से उतरता है। मामा उसे देख कर चौंकते हैं और झेंपते हुए कहते हैं, ‘बेटे तुमने बता दिया होता तो मैं तुझे लेने आ जाता।’ वे अपने सफेद एंबेस्डर की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं कि यह सफेद हाथी यूं ही खड़ा रहता है। भरोसे मामा की बातों की सच्चाई जानता है। वह हंसता हुआ पूछता है, ‘मामा, आप स्कूटर क्यों नहीं बदल देते?’ फिर खुद ही कहता है,चलिए धक्के मार देता हूं। अपने मेहमान दोस्तों के साथ भरोसे स्कूटर को धक्का लगाता है।
    यह निर्माता शूजीत सरकार और निर्देशक अमित राय की फिल्म ‘रनिंगशादी डॉट कॉम’ का एक दृश्य है। इन दिनों पटियाला में इसके बचे दृश्यों की शूटिंग चल रही है। बातचीत में पता चलता है कि वास्तव में पटियाला में शूट किया जा रहा सीन पटना के किसी मोहल्ले का है। चूंकि उत्तर भारत के सारे मोहल्ले लगभग एक जैसे होते हैं, इसलिए निर्माता-निर्देशक ने सुविधा के लिए पटियाला में शूटिंग कर ली है। पटना में इसके मैचिंग लोशन पर शूटिंग कर ली जाएगी। फिल्मी भाषा में इसे ‘चिटिंग’ कहते हैं। पर्दे पर हमें किसी और शहर और स्थान का एहसास होता है, जबकि वास्तव में वह शहर और स्थान कहीं और होता है। शूजीत सरकार बताते हैं, ‘हम लोग पटना भी जाएंगे। इस फिल्म के कुछ दृश्य वहां शूट किए जाएंगे। फिल्म का नायक भरोसे पटना का रहने वाला है। पंद्रह साल की उम्र में वह अमृतसर आ गया था। अमृतसर में रच-बस चुके भरोसे (अमित साध) और उसकी दोस्त निम्मी (तापसी पन्नु)की यह रोचक प्रेमकहानी है। इसमें रोमांस के साथ कामेडी भी है।’
     ‘विकी डोनर’ और ‘मद्रास कैफे’ जैसी चर्चित फिल्मों से मशहूर हुए निर्देशक शूजीत सरकार अब निर्माता बन गए हैं। उनके प्रोडक्शन राइजिंग सन फिल्म्स की पहली फिल्म है ‘रनिंगशादी डॉट कॉम’। इस फिल्म के निर्देशन की जिम्मेदारी उन्होंने सफल सिनेमेटोग्राफर अमित राय को सौंपी है। निर्देशक अमित राय फिल्म के बारे में बताते हैं, ‘यह रॉमकॉम (रोमांटिक कामेडी) है। मुंबई के लेखक नवजोत गुलाटी के साथ मिल कर मैंने यह फिल्म लिखी है। अमृतसर की आम जिंदगी से लिए गए मुख्य किरदारों से दर्शक जुड़ाव महसूस करेंगे। पूरी फिल्म एक अनोखे कांसेप्ट पर है। इस फिल्म के मुख्य किरदार भाग कर शादी करने वालों की मदद करते हैं। उनकी सुरक्षा और बाकी जरूरतों का पूरा इंतजाम करते हैं। भरोसे और निम्मी के बीच भी अनोखा रिश्ता है। भरोसे पटना से अमृतसर आया युवक है, जो निम्मी के पिता की दुकान में काम करता है। धीरे-धीरे निम्मी से उसकी नजदीकियां बढऩे के साथ फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है।’
    निर्माता शूजीत सरकार कहते हैं, ‘हम लोगों ने छोटी फिल्मों से फिल्म निर्माण में उतरने का फैसला किया है। ‘रनिंगशादी डॉट कॉम’ के साथ हमलोग एक बंगाली फिल्म भी बना रहे हैं। इन दोनों फिल्मों के अनुभव के बाद ही हम आगे बड़ा कदम उठाएंगे।’

Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

फिल्‍म समीक्षा : आई एम कलाम