दरअसल : खान बनाम खान बनाम खान


-अजय ब्रह्मात्मज
    ईद के मौके पर सलमान खान की ‘किक’ रिलीज होगी। पिछले कुछ सालों से सलमान खान की फिल्में ईद पर ही रिलीज हो रही हैं। दर्शकों के प्रेम और सराहना से उन्हें कामयाबी के रूप में ईदी मिल जाती है। अगले साल की ईद के लिए भी उनकी फिल्म घोषित हो चुकी है। ‘किक’ के निर्माता-निर्देशक साजिद नाडियाडवाला हैं। अपनी पहली फिल्म के निर्माण और प्रमोशन में वे किसी प्रकार की कमी नहीं रहने देना चाहते। इस साल की अभी तक की यह बहुप्रचारित फिल्म है। हालांकि इस बीच प्रेस फोटोग्राफरों से सलमान खान की अनबन हुई है। फिर भी ‘किक’ और सलमान खान में दर्शकों की मांग की वजह से मीडिया की रुचि कम नहीं हुई है। सलमान खान स्वयं आगे बढ़ कर सहयोग कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि वे ‘जय हो’ की गलती नहीं दोहराना चाहते। हालांकि ‘जय हो’ 100 करोड़ क्लब में आ गई थी,लेकिन वह सलमान खान की इमेज और हैसियत के हिसाब से बिजनेस के मामले में कमजोर फिल्म रही।
    सलमान खान की तरह ही शाहरुख खान और आमिर खान भी अपनी फिल्मों के प्रचार और विज्ञापन की तैयारी में जुटे हैं। शाहरूख खान की ‘हैप्पी न्यू ईयर’ दीपावली के मौके पर आएगी और आमिर खान ने ‘पीके’ के लिए क्रिसमस का समय चुन रखा है। देश के तीन बड़े त्योहारों पर खानत्रयी ने कब्जा कर रखा है। इनकी फिल्मों की रिलीज की पूर्वघोषणा हो जाती है। देखा जाता है कि इनकी फिल्मों के साथ उन तारीखों को ही अपनी फिल्में रिलीज करने की हिमाकत कोई निर्माता नहीं करता। बिजनेस के लिहाज से इसे ठीक नहीं माना जाता। पिछले कुछ सालों से तीनों खानों की यही रणनीति चल रही है। तीनों अपने करिअर के शीर्ष पर हैं। वहीं टिके रहने का सारा इंतजाम करते हैं। संयोग और मेहनत से उनकी फिल्में औसत से बेहतर व्यापार करती हैं। वे चमकते रहते हैं।
    तीनों खानों को अक्षय कुमार,अजय देवगन और रितिक रोशन से कभी-कभी टकराना पड़ता है,लेकिन अपनी ख्याति और रुतबे से वे आगे बने रहते हैं। खानत्रयी के करिअर पर गौर करें तो उनके भी बुरे फेज आए हैं। लगातार फिल्में फ्लॉप होती रही हैं। अब स्थितियां बदल चुकी हैं।  अभी तीनों में से कोई भी फ्लॉप का जोखिम नहीं ले सकता। इसी साल का उदाहरण लें तो अर्जुन कपूर और सिद्धार्थ मल्होत्रा पहले ही 100 करोड़ क्लब में पहुंच चुके हैं। वरुण धवन की फिल्म ‘हंप्टी शर्मा की दुल्हनिया’ भी सफलता के संकेत दे रही है। अपने स्टारडम को बरकरार रखने के लिए तीनों खानों को बाक्स आफिस पर तीनों नए स्टारों से बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
    यों 25 सालों से दर्शकों के दिलों पर राज कर रहे तीनों खानों के अवसान का समय आ चुका है। दूसरी तरफ,नए स्टारों की धमक को दर्शकों का समर्थन मिल रहा है। शाहरुख खान रोहित शेट्टी की ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ की मदद से फिर से सेंटर में आ चुके हैं। फराह खान की ‘हैप्पी न्यू ईयर’ से उन्हें और उनके प्रशंसकों को उम्मीदें हैं। ‘ओम शांति ओम’ के बाद फिर से शाहरुख खान,दीपिका पादुकोण और फराह खान की तिगड़ी पुराने जादू के प्रयास में है। चुनौती आमिर खान के लिए भी है। ‘3 इडियट’ के बाद वे एक बार फिर राजकुमार हिरानी के साथ आ रहे हैं। उनकी पिछली फिल्म ‘धूम 3’ ने नए रिकॉर्ड बनाए थे। सलमान खान और शाहरुख खान की इच्छा है कि वे आमिर खान से आगे निकलें। आमिर खान अपनी बढ़त बनाए रखना चाहते हैं। हिंदी फिल्मों में प्रेमत्रिकोण होता है,जिसमें कोई एक छूट जाता है। यह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का फेमत्रिकोण है,इसमें किसी एक को आगे बढऩा है। दो छूट जाएंगे। सवाल है कि 2014 में खान बनाम खान बनाम खान में कौन में कौन बाजी मारेगा? सलमान,शाहरुख या आमिर?

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