महानतम क्रांति है ब्लॉग-शेखर कपूर


मशहूर फिल्मकार शेखर कपूर नियमित रूप से ब्लॉग लिखते हैं.उन्होंने अपने ब्लॉग पर इसके महत्व के बारे में लिखा है...मेरे विचार से ब्लॉग हमारे समय की महानतम क्राति है.अभी तो हम इसकी परिधि ही देख सके हैं.अपनी बात रखने का यह परम लोकतांत्रिक माध्यम है.यह अपने संविधान से मिली अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का ही नया रूप है.आप अपनी बात नहीं कह सकते तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का क्या अर्थ रह जाता है. निहित स्वार्थ से नियंत्रित मीडिया का विकल्प है यह...मुझे ब्लॉग लिखने में आनंद आता है.मैं पूरी दुनिया से सीधे संबंध स्थापित कर लेता हूं और वह भी दोतरफा...

Comments

Srijan Shilpi said…
जिनको अपनी बात कहने का कभी कोई मौका या मंच नहीं मिला, उनके लिए तो ब्लॉग वाकई एक क्रांति से कम नहीं है। लेकिन थोथी बातों से क्रांति वास्तव में कोई क्रांति होती नहीं। ब्लॉग के माध्यम से जो कहा जाय यदि वास्तव में वही आप सोच भी रहे हैं और जीवन-व्यवहार में कर भी रहे हैं, तभी उसका कोई खास मतलब है।

अपने मन की भ़ड़ास सार्वजनिक रूप से निकालने को क्रांति तो नहीं कह सकते। बहुत से लोग केवल भड़ास निकालने के लिए ही ब्लॉगिंग करते हैं।
Yunus Khan said…
वाक़ई क्रांति ही है ब्‍लॉग । आमिर खान से लेकर शेखर कपूर या दक्षिण की गायिका चिन्‍मयी तक
सब अपने ब्‍लॉग लिख रहे हैं । इनसे सीधा संपर्क हो जाता है । नेट पर भटकते हुए मुझे कल उदय प्रकाश
का ब्‍लॉग मिला । वो चुपचाप अपना ब्‍लॉग चला रहे हैं । बिना किसी एग्रीगेटर पर रजिस्‍टर किये ।
चुपचाप हमने भी ब्‍लॉग खंगाल डाला और कुछ सलाह दे डालीं । क्रांति है ब्‍लॉग । अपने प्रिय कलाकारों, लेखकों
या व्‍यक्तियों से सीधे संपर्क का ज़रिया बनते हुए क्रांति ला रहा है ब्‍लॉग

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